Tuesday, December 15, 2009

एक और क्रांतिकारी

एक और क्रांतिकारी

दो दिन पहले हुई कारन शिशिर दलाल से पहली मुलाक़ात

लगा १९९४ से जनता हूँ

जब मैंने क्रांतिकारी उपन्यास लिखना शुरू किया था

मुंबई के लखपति शिशिर दलाल का

सॉफ्टवेयर इंजिनिएर बेटा जो अगस्त तक

एक बड़ी कंपनी में निदेशक था

वेतन लाखों में था

अब वह लखनऊ के गाँव कुनौरा, बक्शी का तालाब के भारतीय ग्रामीण विद्यालय

में बच्चो और अध्यापको को

कंप्युटर पढ़ा रहा है

दो महीने से

करन खुश हैं सुविधावो की दुनिया छोडकर

उन्हें गरीब बच्चो का साथ भा रहा है

वह क्रांति कर रहे हैं

अमेरिका से करन ने बीई की डिग्री ली है

मुंबई विवि से एलएलबी किया है

पहले उनके पिता शिशिर और माँ अंगना दलाल

उनसे नाराज थे

अब दोस्तों को भी लगता है वह देश की तकदीर बदलने में लगे है

मेरे लिए तो करन दोस्त से पहले क्रन्तिकारी हैं

मेरी भावनाएं उनके साथ है

-रोशन प्रेमयोगी

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